दोस्तों समाजवादी पार्टी की सरकार ने एक बार फिर दिया शिया समुदाय को लॉलीपॉप ---------------------------------------------------------------...
दोस्तों समाजवादी पार्टी की सरकार ने एक बार फिर दिया शिया समुदाय को लॉलीपॉप
----------------------------------------------------------------------------------------
नवाब वाजिद अली शाह के नाम पर लखनऊ चिड़िया घर का नाम रख कर किया नवाबीने अवध को अपमानित-
मेरा सवाल है समाजवादी सरकार से और आप तमाम हज़रात खास कर उन लोगों से जिन्होंने नवाब वाजिद अली शाह के नाम पर लखनऊ चिड़िया घर का नाम रखे जाने पर बहुत ज़यादा ख़ुशी का इज़हार किया है की ये बताइये क्या नववबीन-ए-अवध की हैसियत सरकार की नज़र में एक चिड़िया घर से ज़्यादा नहीं है ? क्या नवाबीन-ए-अवध का नाम ऐसी जगह से ही जोड़ा जाना किसी सियासत का हिस्सा तो नहीं कि जहाँ पर अय्याशियाँ होती है ? आखिर लखनऊ एयरपोर्ट का नाम नवाबीन-ए-अवध के नाम पर क्यूं नहीं रखा ? लखनऊ मेडिकल कॉलेज, लखनऊ यूनिवर्सिटी, लखनऊ का चारबाग़ स्टेशन, गोमती नगर में सैकड़ो खण्ड बनाये और लखनऊ में ही तमाम सरकारी स्कीमें और तालीमी इदारे इन में से किसी का नाम नवाबीन-ए-अवध के नाम पर क्यूं नहीं ?
मुझे तो लगता है कि ये एक साजिश है नवाबीन-ए-अवध और शिया समुदाय के खिलाफ जो इस वक़्त अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शिया समुदाय के साथ खेली जा रही है I
और आखिर में मेरी बहुत ही अदब व एहतेराम के साथ उन हज़रात से भी गुज़ारिश है जो ज़रा-ज़रा सी बात पर बहुत ज़्यादा खुश होजाते है कि आप लोग कम-आज़-कम इतना शऊर पैदा करिये कि आप को मालूम हो कि कहा पर हसना है और कहा पर सोचना है I
(ऐ खुदा क़ौम में बेदारी पैदा कर)
----------------------------------------------------------------------------------------
नवाब वाजिद अली शाह के नाम पर लखनऊ चिड़िया घर का नाम रख कर किया नवाबीने अवध को अपमानित-
मेरा सवाल है समाजवादी सरकार से और आप तमाम हज़रात खास कर उन लोगों से जिन्होंने नवाब वाजिद अली शाह के नाम पर लखनऊ चिड़िया घर का नाम रखे जाने पर बहुत ज़यादा ख़ुशी का इज़हार किया है की ये बताइये क्या नववबीन-ए-अवध की हैसियत सरकार की नज़र में एक चिड़िया घर से ज़्यादा नहीं है ? क्या नवाबीन-ए-अवध का नाम ऐसी जगह से ही जोड़ा जाना किसी सियासत का हिस्सा तो नहीं कि जहाँ पर अय्याशियाँ होती है ? आखिर लखनऊ एयरपोर्ट का नाम नवाबीन-ए-अवध के नाम पर क्यूं नहीं रखा ? लखनऊ मेडिकल कॉलेज, लखनऊ यूनिवर्सिटी, लखनऊ का चारबाग़ स्टेशन, गोमती नगर में सैकड़ो खण्ड बनाये और लखनऊ में ही तमाम सरकारी स्कीमें और तालीमी इदारे इन में से किसी का नाम नवाबीन-ए-अवध के नाम पर क्यूं नहीं ?
मुझे तो लगता है कि ये एक साजिश है नवाबीन-ए-अवध और शिया समुदाय के खिलाफ जो इस वक़्त अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर शिया समुदाय के साथ खेली जा रही है I
और आखिर में मेरी बहुत ही अदब व एहतेराम के साथ उन हज़रात से भी गुज़ारिश है जो ज़रा-ज़रा सी बात पर बहुत ज़्यादा खुश होजाते है कि आप लोग कम-आज़-कम इतना शऊर पैदा करिये कि आप को मालूम हो कि कहा पर हसना है और कहा पर सोचना है I
(ऐ खुदा क़ौम में बेदारी पैदा कर)
COMMENTS